MPIN Kya Hai

आज के डिजिटल युग में करीब-करीब सभी काम डिजिटल माध्यमों से होने लगे हैं। इससे न केवल समय बचता है बल्कि काम भी आसानी और पूरी पारदर्शिता के साथ होता है। इसी क्रम में बहुत सारे दूसरे कामों की तरह ही अब पैसे का लेनदेन भी डिजिटल माध्यमों से संभव हो गया है।

अपने बैंक खाते को मोबाइल नंबर से जोड़कर अब हम घर बैठे मोबाइल बैंकिंग के ज़रिये पैसों का लेनदेन मात्र कुछ ही देर में बड़ी आसानी के साथ कर सकते हैं। मोबाइल बैंकिंग के लिये हमें एम-पिन (mpin) यानी ‘मोबाइल बैंकिंग पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर’ की जरूरतहोती है। बिना इसके हम मोबाइल बैंकिंग का लाभ नहीं उठा सकते। यह मोबाइल बैंकिंग के ज़रिये होने वाले लेनदेन को सुरक्षित बनाता है।

MPIN का पूरा नामMobile Banking Personal Identification Number
साल2023
MPIN आवेदनऑनलाइन
लाभार्थीदेश के सभी नागरिक
उपयोगमोबाइल बैंकिंग द्वारा ट्रांसक्शन की सुविधा प्रदान करना

MPIN क्यों जरूरी है 

mpin kya hota hai

आजकल जैसे-जैसे दुनिया दिनोंदिन तकनीकी रूप से विकसित होती जा रही है, डिजिटल और साइबर फ्रॉड के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। मोबाइल बैंकिंग पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर यानी ‘MPIN’ सुरक्षित व सटीक मोबाइल बैंकिंग सुनिश्चित करता है। इसलिये यह मोबाइल से डिजिटल लेनदेन के लिये अनिवार्य कर दिया गया है।

एटीएम कोड की तरह ही एम-पिन (mpin) भी एक यूनीक कोड होता है, जो मोबाइल बैंकिंग के दौरान पैसों का सुरक्षित लेनदेन अर्थात् ‘सेफ़ ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन’ सुनिश्चित करता है। इसीलिये मोबाइल बैंकिंग के ज़रिये लेनदेन के लिये एम-पिन (MPIN) जरूरी ही नहीं बल्कि अनिवार्य होता है।

दूसरे शब्दों में कहा जाय तो एम-पिन (MPIN)चार या किसी-किसी बैंक के लिये छः अंकों का एक ‘सिक्योरिटी-कोड’ होता है, जो आपकी मोबाइल बैंकिंग गतिविधियों की सुरक्षा करता है। इसीलिये यह कोड सबसे बताया नहीं जाता। क्योंकि इससे आपके खाते के साथ धोखाधड़ी भी हो सकती है।

बैंक-खातों से छेड़छाड़ और फ्रॉड के मामलों में अक्सर गोपनीय कोड लीक होना भी एक बड़ी वज़ह बनती है। इस कोड को गोपनीय बनाए रखने की जिम्मेदारी खुद आप पर ही होती है।

Mobile Transaction में एम-पिन MPIN की आवश्यकता

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जैसा कि हम जानते हैं, एम-पिन (MPIN) मोबाइल बैंकिंग के ज़रिये लेनदेन करने के दौरान काम आता है। इस तरह के डिजिटल ट्रांज़ैक्शन्स को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिये सरकार ने मोबाइल बैंकिंग के दोतरफा प्रमाणीकरण की व्यवस्था कर दी है।

यानी कि जैसे हम अपने एटीएम कार्ड और उसके गुप्त पिनकोड की मदद से अपने संबंधित बैंक के खाते से पैसे निकालते हैं, वैसे ही ऑनलाइन बैंकिंग के लिये भी अब पहले आवेदक के बैंक खाते से जुड़े रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का ऑथेंटिफ़िकेशन होता है। इसके बाद ही एम-पिन (MPIN) के ज़रिये सुरक्षित मोबाइल बैंकिंग संभव हो पाती है।

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MPIN का इस्तेमाल किस-किस तरह के Transaction में किया जा सकता हैmpin kya hota hai

महत्व के साथ ही हमें यह भी जानना चाहिये कि एम-पिन (MPIN) का उपयोग किन प्रकार के ट्रांज़ैक्शन्स में किया जाता है। इसके लिये सनद रहे कि एम-पिन का प्रयोग मोबाइल बैंकिंग, आईवीआर, यूपीआई एप्लीकेशन, IMPS, SMS बैंकिंग और USSD बैंकिंग में किया जाता है।

MPIN के फ़ायदे

एम-पिन(MPIN) यानी ‘मोबाइल बैंकिंग पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर’ से उपभोक्ताओं को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं, जैसे–

  • यह एक सुरक्षा कोड है, जो आपके द्वारा मोबाइल बैंकिंग के ज़रिये किये जाने वाले लेनदेन को सुरक्षित रखता है, इससे पैसों के लेनदेन में एक पारदर्शिता और प्रामाणिकता आती है।
  • एम-पिन (MPIN) महज चार या छः अंकों का एक कोड होता है, जो अपनी सुविधानुसार मोबाइल पर USSD अथवा UPI एप के ज़रिये खुद ही ‘क्रिएट’ किया जा सकता है।
  • जेनरेट होने के बाद सही एम-पिन (MPIN) दर्ज किये बिना आपके खाते से कोई ट्रांज़ैक्शन संभव नहीं होगा,
  • आवेदक अपने मोबाइल के माध्यम से बैंक द्वारा भी एम-पिन (MPIN) प्राप्त कर सकता है।
  • MPIN कैसे प्राप्त करें
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MPIN पाने के दो रास्ते हैं

  • — पहला तो यह कि आप अपने मोबाइल बैंकिंग का रजिस्ट्रेशन करायें। जिसके बाद बैंक आपको यूज़र आईडी और एम-पिन (MPIN) प्रदान कर देता है।
  • — और दूसरा रास्ता यह है कि आप BHIM एप, UPI, USSD का इस्तेमाल करते हुये खुद ही अपना एम-पिन (MPIN) जेनरेट कर सकते हैं।

USSD द्वारा एम-पिन MPIN Generate करने का तरीका

आप निम्नलिखित तरीक़े से USSD द्वारा खुद से एमपिन (MPIN) जेनरेट कर सकते हैं –

  •  सबसे पहले *99# डायल करें,
  •  अब USSD सर्विस के शुरू होते ही बैंक से लिंक करें,
  •  बैंक से लिंक करने के लिये अपने बैंक के आईएफएससी कोड के शुरूआती चार अंक व बैंक के नाम के पहले तीन अक्षर टाइप करके भेजना होता है,
  •  इसके बाद अगले मेन्यू पर सात(7) अंक टाइप कर भेज देना है,
  •  अब एम-पिन (MPIN) जेनरेट करने के लिये एक नंबर(1) का चयन करें और भेज दें। इसके बाद अपनी सहूलियत से एम-पिन डालकर उसे सबमिट कर दें।
  •  एमपिन (MPIN) जेनरेट करने की बजाय बदलना हो तो ‘1’ की बजाय ‘2’ टाइप करके भेजें।
  •  इसके बाद दिये गये निर्देशों के अनुसार आप अपना एम-पिन (MPIN) बदल सकते हैं। जिसके लिये आपको पहले अपना पुराना और फिर नया एमपिन डालना होगा; और फिर कन्फर्म करने को नया एम-पिन एक बार और यानी कुल दो बार दर्ज करना होगा।
  •  अब यह नया एमपिन ही मान्य होगा।
  •  इस तरह आप अपने से नया एम-पिन (MPIN) जेनरेट कर सकते हैं, अथवा उसे बदल सकते हैं।

SBI UPI Application का प्रयोग करके एमपिन MPIN जेनरेट करने का तरीका

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  •  सबसे पहले SBI UPI एप में लॉग इन करें,
  •  लॉग इन होने के बाद ‘एकाउंट-मैनेजमेंट’ पर जायें,
  •  अब जिस एकाउंट के लिये एमपिन जेनरेट करना चाहते हैं उसको चुनें,
  •  इसके बाद सेट-एमपिन विकल्प चुनें, और वहां पर दिये गये निर्देशों के अनुसार नया एमपिन (MPIN) जेनरेट कर लें।

यहां खासतौर पर समझने की खातिर SBI UPI एप्लीकेशन की मिसाल दी गई है; पर एमपिन (MPIN) जेनरेट करने की प्रक्रिया सभी बैंकों के ‘यूपीआई एप्स’ पर करीब-करीब एकसमान ही है।

MPIN भूल जायें तो क्या करें 

अगर संयोगवश आप अपना एमपिन भूल जाते हैं तो इसके लिये बहुत चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आप कभी भी कहीं भी नया एमपिन (MPIN) जेनरेट कर सकते हैं। आप इसके लिये नेट-बैंकिंग, USSD बैंकिंग अथवा UPI एप्लीकेशन्स का इस्तेमाल करते हुए आसानी के साथ नया एमपिन जेनरेट कर सकते हैं।

इसमें नेट-बैंकिंग के तहत नया एमपिन जेनरेट करने का तरीका हर बैंक में भले ही अलग-अलग हो, पर USSD व UPI एप्लीकेशन्स पर यह प्रक्रिया करीब-करीब एक जैसी ही है।

निष्कर्ष 

इस तरह हम देख सकते हैं कि एमपिन (MPIN) मोबाइल बैंकिंग में सुरक्षित लेनदेन सुनिश्चित करने वाला एक सुरक्षा-कोड है। जिसके बगैर आप मोबाइल बैंकिंग का लाभ नहीं उठा सकते। इसलिये डिजिटल लेनदेन में एमपिन कोड की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

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Mpin number kya hota hai?

MPIN का full form है। “Mobile banking Personal Identification number” है । जब आप मोबाइल का उपयोग कर कोई Transaction करते है तो यह एक पासवर्ड के रूप में काम करता है । यह 4 अंकों (कुछ बैंकों में 6 अंक) का एक Secret Code होता है जो ATM पिन कोड के समान होता है, लेकिन यह ATM पिन से अलग है ।

Mpin kya hota hai? Mpin kaise banate hai?
mpin information in hindi

एमपिन क्यू जरूरी है | Importance Of MPIN

आप सब जानते हैं की आज के समय में हम सभी DIGITALIKARAN के माध्यम से अपने सारे काम कर रहें हैं, डिजिटल तरीकों से बड़ी ही आसानी से हम अपने पैसों के लेन-देन मिनटों में घर बैठे ही मोबाइल द्वारा कर पाते हैं, इसके लिए नागरिक अपने मोबाइल नंबर को अपने बैंक खाते से कनेक्ट कर इस सुविधा का लाभ ले रहें हैं।

Mpin kya hota hai? मोबाइल बैंकिंग द्वारा की गई Online Transaction के लिए नागरिकों को MPIN यानी Mobile Banking Personal Identification Number की आवश्यकता होती है, यह MPIN एटीएम पिन की तरह ही एक सिक्योरिटी कोड की तौर पर सुरक्षित ऑनलाइन ट्रांसेजक्शन के लिए उपयोग में काम आता है, जिससे कोई भी आम नागरिक अपने समय की बचाके MPIN के माध्यम से सुरक्षित लेन-देन कार्य कर सकते हैं।

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Mobile Banking Personal Identification Number -के लाभ | Benefits of MPIN in Hindi

mpin से बैंक खाता धारकों को मिलने वाले लाभ की जानकारी कुछ इस प्रकार है।

  • MPIN एक secret code है, जो हर व्यक्ति के बैंकिंग ट्रांजेक्शन को सुरक्षित बनाता है।
  • एमपिन केवल 4 अंकों का कोड है, जिसे आवेदक अपने मोबाइल पर USSD व UPI एप के माध्यम से अपनी सुविधानुसार खुद ही बना सकते हैं।
  • खाता को फ्रॉड से बचाना ( safe from frauds )
  • नागरिकों के खाते से तब तक ट्रांजेक्शन संभव नहीं हो सकेगा, जब तक एमपिन ना दर्ज किया जाए, इससे यदि किसी का मोबाइल गुम भी हो जाता है, तो उसके खाते से तब तक कोई ट्रांजेक्शन नहीं ही सकेगी जब तक सही MPIN दर्ज ना किया गया हो।
  • खाते को Identification और Authentication दिलवाना
  • आवेदक आसानी से अपने बैंक द्वारा भी अपने मोबाइल के माध्यम से MPIN प्राप्त कर सकेंगे।
  • सुरक्षित लेन-देन (safe transaction)

MPIN का इस्तेमाल किन Transaction के लिए किया जाता है?

एमपिन का इस्तेमाल किन ट्रांसक्शन के लिए किया जाता है- जैसा की हमने आपको बताया की MPIN का उपयोग पैसे के लेन-देन के लिए किया जाता है, यानि जिस तरह हम अपने ATM कार्ड व अपने एटीएम पिन द्वारा ही अपने खातों से पैसे निकाल सकते हैं,

उसी तरह ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांसजेक्शन के लिए भी सबसे पहले आवेदक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का ऑथेंटिकेशन किया जाता है जो उनके बैंक खाते से अटैच होता है, जिसके बाद आवेदक का MPIN यानि कोड के माध्यम से ही सुरक्षित बैंकिंग लेन-देन संभव हो पाता है।
इस सब के अलावा MPIN का उपयोग आवेदक दिए गए ट्रांसक्शन्स के लिए कर सकेंगे।

  • UPI एप्प
  • मोबाइल बैंकिंग
  • आईवीआर
  • SMS बैंकिंग
  • IMPS
  • USSD बैंकिंग

MPIN Ka Kya Matlab Hota Hai और इसे कैसे प्राप्त करें ?

“Mobile banking Personal Identification number” -MPIN का प्रयोग केवल तब होता है जब आप Mobile के माध्यम से लेन देन करते हैं । यह ध्यान रखें, की यह एक Sensitive कोड है । आपको इसे संभाल कर रखना चाहिए । इसे कहीं भी लिखकर न रखें । बैंक अपने ग्राहकों को इस कोड को तब देते हैं जब वे Mobile Banking के लिए Register करते हैं

आप अपने MPIN को UPI ​​App और USSD बैंकिंग का उपयोग कर Set कर सकते हैं । Mpin kya hota hai? Mpin number kya hota hai?

MPIN Kya है और इसे कैसे प्राप्त करें – | Mpin Kaise Banaye

आवेदक दो तरह से MPIN प्राप्त कर सकते हैं।

  • पहला अपना मोबाइल बैंकिंग रजिस्ट्रेशन करवाकर, जिसमे आपको बैंक द्वारा USER ID और MPIN प्रदान किया जाएगा।
  • दूसरा आप BHIM एप्प, USSD, UPI एप्प का इस्तेमाल करके भी आवेदक अपने आप MPIN खुद ही इसे बना सकेंगे।
  • इसके लिये सबसे पहले आपको payment app में create / change MPIN option को खोजना होगा .
  • उसके बाद वहाँ आपसे आपके debit card की expiry date और debit card के last 6 digit भरने के लिए कहा जायेगा
  • जब आप details भर देंगे तो आपको आपके registered mobile number पर OTP pin send किया जायेगा जिसको आपको payment app
  • इसके बाद आपको option मिलेगा जहां पर आपने मन चाहे का UPI pin या MPIN भर सकते है • बस आपको ये याद रखना है की आप ये pin कभी किसी को बताये नहीं और इसको याद भी रखे भूले नहीं
  • इसके बाद ही आवेदक अपने एमपिन का उपयोग कर वित्तीय ट्रांसजेक्शन कर सकेंगे।
Mpin kya hota hai? Mpin number kya hota hai?
Mpin kaise banaye

USSD द्वारा एमपिन (MPIN Code) जेनरेट करने की प्रक्रिया

USSD से mpin banaye-

  • सबसे पहले आवेदक को अपने मोबाइल नंबर पर *99 # dial करना होगा |
  • इसके बाद USSD सेवा शुरु होते ही आपको इसे बैंक से लिक करना होगा |
  • इसके लिए आपको अपने बैंक के IFSC कोड के पहले 4 अंक और बैंक के नाम के तीन अक्षर टाइप करके भेजने होंगे।
  • अब अगले मेन्यू सें 7 टाइप करें और सेंड करें।
  • अब एमपिन जेनरेट करने के लिए 1 नंबर चुनें और भेजें,
  • फिर आप अपनी सुविधानुसार अपना एमपिन लिखें और सब्मिट करें।
  • उसके बाद आपको दिए गए निर्देशों को पढ़ना है और 2 नंबर टाइप करें और भेजें, अब आप अपना एमपिन बदल सकते हैं।
  • अब आपको पुराना MPIN सबमिट करना है और नया MPIN दर्ज करना है और फिर से दर्ज करके पुष्टि के लिए सबमिट करना है।
  • इस तरह आपका पिछला MPIN बदलने के बाद आपका नया MPIN बन जाएगा

अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

1. MPIN कैसे पता करे?

इसके लिये आवेदक को अपने मोबाइल नंबर पर *99 # dial करना होगा ।

2. Mpin और upi पिन Main Antar

MPIN यानी की मोबाइल बैंकिंग पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर एक पासकोड होता है जिसका इस्तेमाल आप मोबाइल बैंकिंग ऐप से ट्रांजैक्शन के लिए करते हैं जबकि UPI पिन UPI app आधारित पेमेंट्स के लिए इस्तेमाल होता है.

3. Mpin kya hota hai?

“Mobile banking Personal Identification number” है । जब आप मोबाइल का उपयोग कर कोई Transaction करते है तो यह एक पासवर्ड के रूप में काम करता है ।

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